1. दुसरो से बराबरी ना करे :
हम अक्सर खुद को दुसरो से तुलना करते है क्या उन्होंने कभी अपनी तुलना आपसे की। एक सफल और सुखी व्यक्ति कभी भी अपनी तुलना दुसरो से नहीं करता है। क्यों की वो जानता है की वो क्या है और क्या बन सकता है।
अगर आप भी दुसरो से तुलना कर खुद को जिंदगी का हिस्सा बनाते है तो आप कभी आगे नहीं बढ़ सकते इसलिए दुसरो से खुद की तुलना करना छोड़ कर अपनी ताकत पहचाने और उसे और मजबूत बनाये।
2.) आपका अतीत आपके आज और आने वाले कल को निर्धारित नहीं कर सकता :
ज्यादातर लोग अपनी गलतियों से ही सीखते है लेकिन अपनी अतित में की गई गलती से आज और आने वाले कल को क्यों खराब करना।
अगर आप भी अपने आज को पास्ट की गलतियों के पश्चाताप ( याद करके ) बर्बाद कर रहे तो संभल जाइये आप कभी भी अपने आने वाले को खुशहाल नहीं बना सकेंगे।
जो बीत गया वो एक बुरा सपना था जो आपके सामने है वो आज है इसे अपना बेस्ट से बेस्ट दे आपका आने वाला कल अपने आप बढ़िया बनेगा बशर्ते आप पास्ट और फ्यूचर की सोच में वर्तमान को इग्नोर ना करे हमें वर्तमान में रहना चाहिए।
जो हो रहा है उसे अपना बेस्ट दो बीते वक़्त और आने वाले वक़्त में समय बर्बाद मत करो।
3. कुछ सवाल पीछे छोड़ कर आगे बढ़ जाना चाहिए :
परीक्षा चल रही थी। अमन ने परीक्षा पात्र पढ़ा और कुछ सवालो पर अटैक गया, कुछ ऐसे प्रश्न थे जो टफ थे और वो पुरे परीक्षा के दौरान उन्ही प्रश्नों को बार बार सोच रहा था।
नतीजा उसका पूरा पेपर ख़राब हुआ। मुश्किल से पास होने लायक पेपर कर पाया जब की वो कम से कम 75% पेपर अच्छे से कर सकता था।
वजह सिर्फ ये रही की वो उन सवालो पर अटक गया जो उसे नहीं आते थे। यही हमारे साथ असल जिंदगी में होता है। पुरे दिन में कुछ काम ऐसे भी होते है जो आपके बस के बाहर होते है लेकिन फिर भी आप हर समय उन्हें सोचते रहते है।
इसका परिणाम आपके बाकि के कामो पर साफ दिखाई देता है।
हमें सबसे पहले उन कामो पर फोकस करना चाहिए जो आसान है और उनमे अपना अच्छे से अच्छा वक़्त देकर जितना बढ़िया तरीके से कर सके कर लेना चाहिए।
जब हमारे आसान काम ख़त्म हो जाते है तब हमारे पास बहुत समय बचता है। उस वक़्त आप खुले दिमाग से या तो उन्हें सुलझाने की कोशिश करे या फिर छोड़ दे।
4. लोग आपके बारे में क्या सोचते है इससे आपको क्या लेना :
हमारी आज की मानसिकता बन चुकी है की हम वो सोचते है, पहनते है, या फिर करते है जो दूसरे लोग चाहते है। या फिर जो हमारे आइडियल जैसे की कोई एक्टर, मॉडल हमें दिखता है।
इस सब के पीछे हम इतने पागल हो चुके है की हम खुद की पहचान भी खो चुके है। बेशक चाहे आप पर वो कपडे सूट न करे फिर भी आप पहनते है क्यों की आपने किसी को ये सब करते देखा है। दूसरा आज हम दिखावे की जिंदगी बन गए है। दूसरे लोग आपके बारे में जो कहते है आप वही जिंदगी में उतारने लगते है। फिर चाहे उसके लिए आप खुद की अहमियत को ही क्यों न भूल दे।
क्या आप भी किसी अवसर पर बोलने से पहले 10 बार सोचते है की अगर में गलत हुआ तो लोग क्या सोचेंगे।
हमें सबसे पहले इस मानसिकता से बाहर निकलना होगा की हम कुछ खास नहीं है। खुद को बदले अवसर आने पर बोलने से ना चुके, क्यों की जो आपके दूसरे दोस्त नहीं बोल रहे वो भी कुछ नहीं जानते है।
आपको अगर खास पहचान बनानी है तो अपना आइडियल खुद बने किसी की कॉपी कर अपनी पहचान ना खोने दे।
5. सबकी जिंदगी और खुशियो के मायने अलग अलग है :
क्या आप भी खुद को दिलाशा देते है की में इस काम में सफल नहीं हुआ तो क्या हुआ मेरे साथ बाकि के इतने और भी है में भी सही।
या फिर कोई एग्जाम में 40 % लेकर खुश है तो आप भी अपने नंबर देख कर खुश हो रहे है। इसका मतलब है आप भी भीड़ का हिस्सा बन चुके है।
हर इंसान की खुशियो के मायने अलग अलग है सब की सोच अलग अलग है इसलिए अपने आप से सवाल करना शुरू करे क्या इस काम से खुश है, क्या जो आपको मिला आप उसके लिए ही deserve करते थे।
आप अपने आप को उसी दिन से बदला हुआ महसूस करने लगेंगे जिस दिन आप खुद को, खुद की जरुरत को समझना शुरू कर देंगे।
6. वक़्त के पास हर चोट का मलहम है :
हम किसी बात को कितना भी याद रख ले वक़्त के साथ हर याद धुंधली पड़ने लगती है। क्यों की वक़्त हर किसी को भुला देता है। तो फिर क्यों न हम भी अपने बुरे वक़्त, बुरी यादो को वक़्त के हवाले कर दे।
याद रखिये वक़्त हर पल बदलता रहता है अगर आज बुरा है तो अच्छा भी होगा।इसलिए जो बीत चूका है उसे बुरा ख्वाब समझ कर अपने वर्तमान को अच्छा बनाने पर जोर देना चाहिए।
7. आपके मुस्कान में छिपे है कई राज :
अगर आप बुरे वक़्त में है तब भी आपको मुस्कुराते रहना चाहिए क्यों की ऐसा ना करने पर आपको वो लोग भी छोड़ जायेंगे जो आपके साथ रहने का दावा करते रहते है।
इसलिए मुस्कुराते रहिये ये एक राज की तरह है जो आपकी सभी परेशानियों को छिपा लेता है।
8. जरुरत से ज्यादा मत सोचे :
आप में से कितने लोग ऐसे है जो किसी भी बात के हजारो मतलब निकालते रहते है। जैसे की आप किसी से कुछ कहना चाहते है और फिर उसके 10 अलग अलग परिणाम भी सोचते रहते है।
नतीजन आप जो कहना, करना चाहते है कर नहीं पाते है उल्टा आपका मूड ही ख़राब हो जाता है या फिर आप नकारात्मक सोच की गिरफ्त में आ जाते है।
ये सच है की कुछ भी बोलने और करने से पहले सोचना समझना चाहिए पर इतना भी नहीं की नकारात्मक बन जाये। आज ये हर जगह देखने को मिल जाता है जिसकी वजह से तनाव होना आम हो चूका है।
9. आपकी गलतिया ही आपका असली अनुभव है :
हर सफल इंसान पहली या दूसरी बार में सफल नहीं बनता है। वो हजारो गलतिया करता है और एक दिन खास बन जाता है। अगर आप गलती पर गलती कर रहे है तो आप भी उनसे कुछ सीख ही रहे है।
यही आपका असली अनुभव है जो आपको कही ओर से नहीं खुद से मिलता है। इसलिए गलती होने पर या असफल होने पर ये न सोचे की अपने कुछ सीख ही नहीं ली। अल्बर्ट आइंस्टाईन इसके सबसे अच्छे उदहारण है।
दोस्तों अगर आप भी इन आदतों को अपने जीवन में उतार लेंगे तो यकीन मानिये आपको कभी अपनी जिंदगी और किस्मत से शिकायत नहीं होगी।