आपका पर्स हो सकता है आपके back pain का कारण
आपका पर्स हो सकता है आपके back pain का कारण
आज office में मुझे एक बहुत ही useful forwarded mail मिली, वही मैं आपके साथ Hindi में share कर रहा हूँ :
Start of Mail
ये कुछ ऐसा है जिसपर हम रोज़ मर्रा की ज़िन्दगी में ज्यादा ध्यान नहीं देते, लेकिन ये आपकी spine (रीढ़ की हड्डी) में कई तरह की परेशानियां खड़ी कर सकता है; खासतौर से उन लोगों के लिए जो देर-देर तक कुर्सी पर बैठ कर काम करते हैं. मैं यहाँ आपके पर्स की बात कर रहा हूँ.
आप जब भी office में काम करने बैठें, इस बात को सुनिश्चित कीजिये की आपका wallet (पर्स)आपके पीछे वाले pocket में ना रखा हो. वालेट ही नहीं आप ऐसी कोई भी चीज अपने back pocket में रखकर ना बैठें.
Your wallet can be painful
आपका पर्स आपके पीठ और कमर के लिए बहुत दर्दनाक हो सकता है, और इसका असर आपके पैरों पर भी पद सकता है. हर रोज़ लम्बे समय तक पर्स पर बैठने से आपकी sciatic nerve को सिकोड़ सकती है, जिस वजह से आपको piriformis सिंड्रोम,पीठ दर्द और self-inflicted sciatica (आत्म प्रवृत्त कटिस्नायुशूल. ) हो सकता है.
Never Sit on your wallet
आपका wallet एक लकड़ी के गुठके की तरह काम करता है और आपके pelvis , spine, और शरीर के alignment को बिगाड़ देता है. जैसे आप किसी brief case या पत्थर पर लम्बे समय तक नहीं बैठते उसी तरह आपको अपने बटुए पर भी ज्यदा समय तक नहीं बैठना चाहिए. यदि कोई पर्स को पीछे रखकर आधे घंटे से ज्यादा गाड़ी चलाता है तो उसे भी back pain और sciatica की शिकायत हो सकती है.
सबसे अच्छा option यही है कि आप अपना पर्स आगे वाले जेब में रखें. यदि पर्स को पीछे की जेब में रखना आपकी मजबूरी है तो भी कम से कम बैठने से पहले उसे निकाल लें.
End of Mail
जब ये मेल मुझे मिली तो मैंने इस अपने कई मित्रों को forward कर दिया. जिसके जवाब में मेरे एक मित्र Alok ने मुझे बताया कि वो खुद इस problem को face कर चुके हैं, और तब मुझे लगा कि इस बात को हल्के में नहीं लेना चाहिए और मैंने तुरंत अपना wallet निकाल कर अपनी drawer में रख दिया. मैं आपसे भी यही अनुरोध करूँगा कि आप इसे गंभीरता से लें, और अपने जानने वालों को भी आगाह करें.
ऐसी problems जो धीरे धीरे अपना असर दिखाती हैं बहुत खतरनाक होती हैं , हम जब तक इनके बारे में जान पाते हैं तब तक ये काफी नुकसान पहुंचा चुकी होती हैं, इसलिए अच्छा होगा कि हम दर्द उठने से पहले ही उसका निवारण कर लें.