Aamir Khan Jaakiranaik Se Adhik Khataranaak Kyon
आमिरखान - जाकिरनाइक से अधिक खतरनाक क्यों , Aamir Khan - Jaakiranaik Se Adhik Khataranaak Kyon , Halpura Blog
आमिर एक प्रतिभाशाली कलाकार है। सलमान खान और शाहरुख खान के विपरीत उसका कार्य प्रारम्भ से ही अच्छा रहा है। उसने सरफरोश, लगान, मंगल पांडे, दंगल जैसी कई देशभक्तिपूर्ण फिल्में बनायीं और भारतीयों में प्रशंसा प्राप्त की। फिर उसने चुपचाप और रहस्यमय तरीके से अपनी फिल्मों में अपना एजेंडा चलाना शुरू किया।
‘#रंगदेबसन्ती’ का उदाहरण लीजिए। इसका प्रत्येक दर्शक रक्षा सौदों में भ्रष्टाचार के लिए #जार्ज_फर्नांडीज और भाजपा से घृणा करने लगा। यही वह बात थी जो सोनिया गाँधी तहलका घोटाले में तरुण तेजपाल जैसे पत्रकारों के द्वारा सिद्ध करना चाहती थीं। कौन जानता है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई उन लोगों को सैनिकों के ताबूतों में पैसा बनाने वाले लोगों के रूप में अपमानित होता देखकर कितनी खुश हुई होगी, जिन्होंने उनको कारगिल युद्ध में बुरी तरह हराया था।
आमिर खान ने अपने हिन्दू-विरोधी एजेंडे को अपने ‘#सत्यमेव_जयते’ नामक कार्यक्रम से आगे बढ़ाया। इस श्रृंखला के माध्यम से उसने गैर-सरकारी संगठनों के लिए जो पैसा एकत्र किया, वह सारा पैसा उसने उन एनजीओ को पकड़ा दिया जो मुसलमानों के लिए और भारती के विरोध में कार्य कर रहे थे।
इस श्रृंखला में एक भी ऐसा एपीसोड नहीं था, जिसमें उसने मुस्लिम समाज की बुराइयों को दिखाया हो। उसने बुर्का, तीन तलाक, बहुविवाह या हलाला या कम से कम हैदराबाद में कमसिन मुस्लिम लड़कियों का मुता (अस्थायी विवाह) अरबों के साथ करने के बारे में कभी कोई एपीसोड नहीं बनाया। उसने अपने मजहब की सामाजिक बुराइयों के बारे में कभी एक भी एपीसोड नहीं बनाया।
सत्यमेव जयते, भारत और उसकी संस्कृति पर उसका सबसे बड़ा प्रहार था। उसने भारत की हर वस्तु पर प्रहार किया, डाॅक्टर से लेकर वैज्ञानिक और पानी से लेकर हवा तक। इस पर क्रोधित होने के बजाय दर्शकों ने तालियाँ बजायीं। इसने भारत की साख बहुत गिरायी। उसकी सावधानी से बनायी गयी अपनी साख इतनी ऊँची थी कि किसी ने उसके असली इरादों पर कोई सन्देह नहीं किया।
फिर आया '#पीके', जो हिन्दूविरोध में अब तक की सबसे बड़ी फिल्म है। हम हिन्दू अपने देवताओं पर किये गये उसके मजाकों पर हँसते रहे। हम उस पाकिस्तानी लड़के के बारे में आँसू बहाते रहे, जो एक हिन्दू लड़की को प्यार करता था।
फिर उसने राजनैतिक बयान देना शुरू किया और यह दावा किया कि नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बन जाने के बाद से उसकी पत्नी भारत में रहने से डर रही है।
इस पर आमिर खान की निन्दा हुई और #स्नैपडील का सबसे अधिक नुकसान हुआ, जिसको भारतीयों ने अपने मोबाइलों से निकाल फेंका। लेकिन उसकी फिल्में फिर भी पैसा कमाती रहीं, क्योंकि अधिकांश हिन्दू जनसंख्या उसके प्रति नर्म बनी रही, क्योंकि वह आमिर खाँ के हिन्दुत्व विरोधी एजेंडे को समझ ही नहीं सकी।
अब आमिर खान अपने नये अवतार में #तुर्की के तानाशाह से मिला। वह यह काम चुपचाप भी कर सकता था, लेकिन उसने जानबूझकर इसे प्रचारित किया, शायद यह संदेश देने के लिए कि तुर्की हमारा नया आका है और हमें उसके पीछे चलना है। आमिर खान #बाॅलीवुड के जिहादी कलाकारों से ज्यादा खतरनाक है। क्योंकि छुपा हुआ हथियार, ज्यादा खतरनाक होता है। प्रेम