माता-पिता अपने बच्चे के स्वास्थ्य को लेकर बेहद सजग रहते हैं। खासकर नवजात शिशु का विशेष ख्याल रखने की जरूरत होती है, क्योंकि यह समय बच्चे की शारीरिक और मानसिक विकास के लिए महत्वपूर्ण होता है। नवजात शिशु माता-पिता की प्रतिमूर्ति होता है। आसान शब्दों में कहे तो माता के स्वास्थ्य अनुसार ही शिशु के शरीर की संरचना होती है। कई अवसर पर शिशु में आनुवंशिकता भी झलकती है। माता-पिता के लिए नवजात शिशु का स्वास्थ्य एक बड़ी चुनौती है। खासकर शिशु का वजन सामान्य रहना जरूरी है। अगर इसमें असमानता होती है, तो शिशु के शारीरिक और मानसिक सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
विशेषज्ञों की मानें तो जन्म के समय शिशु का वजन ढाई किलो होना चाहिए। जबकि अगले 6 महीने में शिशु का वजन दुगुना हो जाना चाहिए। अगर आपके शिशु का वजन औसतन कम है, तो घबराएं नहीं, बल्कि डॉक्टर की सलाह लें। इसके साथ ही शिशु को आहार में ये चीज़ें दें।
जैसा कि हम सब जानते हैं कि शिशु को 6 महीने तक का मां का दूध ही पिलाना चाहिए। इससे शिशु का शारीरिक विकास होता है। जबकि शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। इससे संक्रमण का खतरा नहीं रहता है और शिशु सभी तरह की शारीरिक समस्याओं से दूर रहता है। 6 महीने के बाद आप शिशु को अन्न दे सकते हैं। इस समय से आप शिशु के स्वास्थ्य को लेकर अधिक एक्टिव रहें। आइए जानते हैं कि शिशु को डाइट में क्या दे सकते हैं-
केले खिलाएं
नवजात शिशु को डाइट देते समय यह ध्यान रखें कि उसे खाना जल्दी से हजम हो जाए। ऐसे में केवल उन चीज़ों को ही दें, जो जल्दी पच जाए। साथ ही स्वास्थ्यवर्धक रहें। इसके लिए आप केले और केले की स्मूदी दे सकते हैं। इसमें प्रोटीन और फाइबर की अधिकता होती है। जबकि कैलोरी भी अधिक होती है। इसके सेवन से शिशु के वजन में बहुत जल्द अंतर् देखने को मिल सकता है।
दही खिलाएं
दही में प्रोटीन कैल्शियम, आयरन और पोटैशियम पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए बेहद लाभदायक होते हैं। इसके सेवन से पाचन तंत्र मजबूत होता है, और वजन बढ़ता है। साथ ही शरीर की हड्डियां भी मजबूत होती है।
दाल और आलू दें
नवजात शिशु को आहार में दाल और आलू अवश्य खिलाएं। दाल प्रोटीन का मुख्य स्त्रोत माना जाता है। जबकि आलू में फैट पाया जाता है। अक्सर वर्कआउट करने वाले लोगों को आलू खाने की सलाह दी जाती है। इससे वजन बढ़ता है। अगर आप इन चीज़ों को बच्चे को रोजाना दें, तो शिशु का वजन बड़ी तेज़ी से बढ़ सकता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।