हिंदुओ तुम ही बताओ
हिंदुओ तुम ही बताओ??? मोदी किसके दम पर राष्ट्रपति शासन लगाने का निर्णय लें
ऐसे हिंदुओ के दम पर...??
जिस आदमी ने सदियों से टेंट में रह रहे राम लला को विश्व के सबसे बड़े और भव्य मंदिर में विराजमान करने का मार्ग प्रशस्त किया और बदले में क्या मिला अयोध्या के पंचायत चुनाव में सपा की विजय।
क्या इस जनता के भरोसे मोदी बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगा दें
या उस जनता के भरोसे जिसने बाबरी विध्वंस के बाद कल्याण सिंह को सत्ता नहीं सौंपी या उस जनता के भरोसे जिसने बाजपेई जैसे राष्ट्रभक्त को प्याज के क़ीमतों के लिए उखाड़ फेंका।
क्या तुम सच मे मोदीजी से न्याय मांगने के लायक हो..?
कुल मिलकर बात ये है की अटल जी को 2004 में गिराए यही लोग, मोदी जी को लाए १० वर्ष जम के लात जूता खाने के बाद ... अब 370/35a हटाने, राम मन्दिर का रास्ता बनाने वाले, काशी विश्वनाथ कॉरिडर बनाने वाले, संसार भर में देश की डूबी लुटिया को उठाकर “भारतीय” शब्द सम्माजनक बनाने वाले, आतंकवदियों को भारत की सीम में न घुसने देने, 7 वर्ष में एक भी कहीं आतंकी हमला न होने देने का कार्य करने वाले आदि आदि जैसे काम करने वाले मोदी से लोगों को अब चिढ़ लगने लगी है ... नया विकल्प खोज रहे हैं....
नए विकल्प में योगी जी नंबर एक पर रह रहे हैं ..... उसी योगी जी को जिसको हिन्दु जनता ने अयोध्या, काशी और मथुरा में अभी दो दिन पहले पंचायत चुनाव में पटक के झटका दिया है इन नेता चुनने वालों को ये तक पता नहीं कि 4 घण्टे बिजली को तरसने वाली UP की जनता को 18 - 24 घंटे बिजली देने वाले, अयोध्या, काशी को भव्य बनाने वाले , अद्भुत कुम्भ का आयोजन करने वाले, प्रदेश में सड़कों का जाल बिछाने वाले, नए नए कॉरिडोर बनने वाले, डिफेन्स की फक्ट्री UP में लगाने वाले और न जाने कितने अनन्य काम करने वाले योगी जी को आधी हिन्दू आबादी 2022 में ठेल के दक्खिन करने को तैयार बैठी है....
किसी ने सही कहा कि .... भगवान राम अच्छा किए कि बंदर भालू को सेना बना के ले गए, अगर हिन्दु को ले गए होते तो आधे उनको पग पग पर गरिया के ठेल दिए होते और आधे सोने के लालच में रावण से जा मिले होते ....
लालची हिंदुओ तुम ही बताओ.....
मोदी किसके दम पर राष्ट्रपति शासन लगाने का निर्णय लें,
ऐसे हिंदुओ के दम पर ...??
क्या तुम सच मे मोदीजी से न्याय मांगने के लायक हो..??
पँचर वालों के जूते की नोक बराबर भी राजनीतिक समझ नही है हिन्दुओ में उसका ताजा उदाहरण हैं उत्तर प्रदेश, जिला पंचायत चुनाव 2021
अयोध्या में श्रीराम मंदिर बन रहा है, एयर पोर्ट, मेडिकल कॉलेज, हजारों करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं पर्यटन विकास और रोजगार सृजन के लिए।
यहां भाजपा ने 40 में से मात्र 6 सीटें जीती।
बनारस धीरे धीरे कोयोटो न सही लेकिन विकास की उसी दिशा की ओर बढ़ रहा है, जिसने भी योगी जी के पहले और योगी के कार्यकाल में बनारस देखा है, यहां जमीन आसमान का सकारात्मक अंतर आ गया है।
यहां भाजपा को 40 में से 8 सीटें मिलीं।
पूरे यूपी की 2285 जिला पंचायत सीटों में से भाजपा को मात्र 765 सीटें मिलीं, अर्थात मात्र 25.1%. भाजपा गोरखपुर, लखनऊ, मथुरा, काशी, अयोध्या तक मे सपा से पिछड़ गई।
योगी जी ने यूपी के अपराधों पर लगाम लगाई, जिसके बारे में अखिलेश सरकार के गृहमंत्री कहते थे कि यहाँ भगवान भी गृहमंत्री बन जाएं तो भी अपराध नहीं रुक सकते।
योगी जी वह मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने कोरोना की पहली और दूसरी लहर में सबसे कुशलता से प्रशासन सम्हालते हुये अन्य राज्यों से बेहतर प्रदर्शन किया।
योगीजी वह मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने गरीबों की योजनाओं के लिए रिकॉर्ड 6000 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए, वो भी बिना एक पैसे के घोटाले के।
योगी जी वह मुख्यमंत्री हैं जो राज्य की कोरोना से लड़ती जनता के लिए अपने पिता की अंत्येष्टि तक में नहीं गए।
योगीजी वह मुख्यमंत्री हैं जिसने स्वयं कोरोना पीड़ित होने पर भी एक दिन का भी आराम नहीं किया और प्रशासनिक कार्य करते रहे।
योगीजी वह मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने राज्य को दंगा मुक्त करके हिन्दुओ की सुरक्षा सुनिश्चित की।
और क्या चाहिए हिंदुओं को जो यूपी के हिन्दू योगीजी के सगे नहीं हो सके ?
इनको चाहिए कश्मीर और बंगाल वाली पिटाई, मार, लूट, हिंसा, उत्पीड़न और अपमान। यही इनकी नियति है। एक स्वाभिमान रहित गद्दारो की भीड़ को इसके अतिरिक्त मिलना भी क्या चाहिए ?
बंगाल में ओवैसी को एक वोट नही दिया शान्तिदूतों ने ताकि 'वोट न बटे'... मोदी न जीत जाए... जबकि हिन्दू ने ममता कोंग्रेस वामपंथी में वोट टुकड़े टुकड़े कर लिए उसका परिणाम बंगाल में देख ही रहे हो।
इधर यूपी में योगी जैसे हिन्दू योद्धा को भी कमजोर करने से नही चूकता हिन्दू।
व्यक्तिगत स्वार्थ में दुनिया की सबसे स्वार्थी कोम है हिन्दू ।