देश में मौजूदा समय में कोरोना महामारी को देखते हुए लोगों ने इंश्योरेंस के जरिए मिलने वाली रकम में बढ़ाने पर अमल करना शुरू कर दिया है। बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण यानि आईआरडीए के ताजा आंकड़ों के मुताबिक मई महीने में इंश्योरेंस के सम अश्योर्ड अमाउंट में पिछले साल मई के मुकाबले 65 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है। लोगों ने अलग अलग बीमा में प्रीमियम की रकम भी बढ़ानी शुरू कर दी है। केयर रेटिंग ने आईआरडीए के आंकड़ों के हवाले से बताया है कि मई 2020 में सम अश्योर्ड अमाउंट का आंकड़ा जहां 2.4 लाख करोड़ रुपए हुआ करता था वहीं इस साल मई में वो बढ़कर 3.9 लाख करोड़ रुपए हो गया है। यही नहीं इन सेवाओं के लिए लोगों ने सरकारी कंपनियों के मुकाबले निजी क्षेत्र की इंश्योरेंस कंपनियों पर भरोसा बढ़ाया है। निजी क्षेत्र में इस मोर्चे पर जहां करीब 75 फीसदी की बढ़त दर्ज हुई है। वहीं, एलआईसी में 5 फीसदी की गिरावट रही है।
नए प्रीमियम में कमी
हालांकि मई में नया इंश्योरेंस कराने वालों की तादाद में जरूर कुछ कमी देखने को मिली है। मई महीने में पहला प्रीमियम देने वालों करीब साढ़े 5 फीसदी की कमी आई है। मई 2020 में 13,739 करोड़ रुपए का प्रीमियम आया है। पिछले साल मई में ये रकम 12,977 करोड़ रुपए पर थी। हालांकि इस दिशा में अप्रैल का महीना बेहतरीन रहा। अप्रैल 2021 में पिछले साल के 6,728 के मुकाबले 9,982 प्रीमियम आया। यानि कारोबार में 44.8 फीसदी की बढ़त दर्ज हुई है।
स्वास्थ्य पर फोकस बढ़ा
जीवन बीमा के अलावा गैर जीवन बीमा क्षेत्र में कारोबार में भी काफी तेजी देखी जा रही है। इस साल मई में इसमें 13.1 फीसदी की ग्रोथ दर्ज हुई है। मई 2020 के 10,891.5 करोड़ रुपए कारोबार में इस साल मई में गैर-जीवन बीमा क्षेत्र में प्रीमियम 12,316.5 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। इसमें स्वास्थ्य बीमा से जुड़े प्रीमियम में अच्छी खासी बढ़त देखी गई है।
आंकड़ों के मुताबिक स्वास्थ्य क्षेत्र में लोगों ने निजी क्षेत्र पर भरोसा बढ़ाया है जिसका नतीजा ये रहा है कि इसमें 66.6 फीसदी की बढ़त देखी गई है। मई 2021 में इसमें 1,406.6 करोड़ रुपए का प्रीमियम आया है। वहीं पिछले साल मई में ये सिर्फ 844 करोड़ रुपए रहा। विशेषज्ञों की राय में कोरोना महामारी को देखते हुए लोगों का रुझान अपने अस्पताल के बढ़ते बिलों की चिंता इंश्योरेंस कंपनियों के ऊपर छोड़ने के लिए प्रीमियम बढ़ाने की तरफ रुख किया जा रहा है।