Harad Ke Chamatkari Fayde
हरड़ के चमत्कारी फ़ायदे , Harad Ke Chamatkari Fayde , Amazing Benefits Of Harad
आयुर्वेद में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए तरह-तरह की जड़ी-बूटियों का उपयोग किया जाता है। इन जड़ी-बूटियों का निर्माण औषधीय गुण वाले पेड़-पौधों के विभिन्न भागों से होता है। इन्हीं जड़ी-बूटियों में से एक है हरड़, जो हरीतकी के नाम से भी प्रचलित है। मुख्य तौर पर इसका उपयोग त्रिफला चूर्ण बनाने में किया जाता है। माना जाता है कि इसमें इतने गुण मौजूद हैं कि यह अकेले ही कई समस्याओं से राहत दिलाने में कारगर साबित हो सकती है। यही कारण है कि स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम हरड़ के फायदे के साथ-साथ इसे इस्तेमाल करने के तरीके भी बता रहे हैं। बेशक, लेख में बताई जाने वाली समस्याओं में हरड़ फायदेमंद साबित हो सकती है, लेकिन यह उन समस्याओं को जड़ से खत्म कर दे, ऐसा हर स्थिति में संभव नहीं है। ऐसे में पूर्ण उपचार के लिए डॉक्टरी सलाह लेना ही बेहतर होगा, ताकि हरड़ के व्यापक लाभ उठा सकें।
हरड़ के चमत्कारी फ़ायदे , Harad Ke Chamatkari Fayde , Amazing Benefits Of Harad
- हरड़ का चूर्ण 5 ग्राम शहद के साथ सुबह-शाम लेने से मलेरिया में फ़ायदा होता है.
- आंखों की समस्या होने पर हरड़ के पानी से आंखें धोएं. इससे नेत्र विकार दूर होता है और आंखों की रोशनी बढ़ती है.
- 5 ग्राम हरड़ का चूर्ण 40 मि.ली. गोमूत्र में मिलाकर हर रोज़ पीने व खानपान में परहेज़ रखने से कुष्ठ रोग नष्ट हो जाता है.
- खांसी की परेशानी होने पर हरड़, कालीमिर्च और पीपरि तीनों का समभाग चूर्ण 3-3 ग्राम की मात्रा में दिन में तीन बार गुड़ के साथ खाएं.
- 3 ग्राम हरड़ का चूर्ण शहद में मिलाकर चाटने से प्रमेह बीमारी नष्ट हो जाती है.
- हरड़ का चूर्ण गुड़ या सेंधा नमक के साथ निरंतर सेवन करने से भूख खुलकर लगती है और भोजन आसानी से पचता है.
- हरड़ का कपड़छन चूर्ण बनाकर उससे नियमित मंजन करने से दांत साफ़ और निरोगी होते हैं. हरड़ और कत्था मिलाकर चूसने से दांत मज़बूत होते हैं.
- अजीर्ण होने पर हरड़, पीपरि और सेंधा नमक को समभाग में लेकर चूर्ण बनाकर रख लें. 5 ग्राम चूर्ण को दही के पानी या गुनगुने पानी के साथ लेने से तुरंत लाभ होता है.
- हरड़ को उबालकर खाने से दस्त बंद हो जाते हैं.
- हरड़ का चूर्ण समभाग गुड़ के साथ सुबह-शाम सेवन करने से बवासीर ठीक हो जाती है.
- हरड़ का चूर्ण एक चम्मच की मात्रा में दो किशमिश के साथ लेने से एसिडिटी की परेशानी दूर हो जाती है.
- हरड़ के टुकड़ों को चबाकर खाने से भूख बढ़ती है.
- मुंह के छालों के लिए छोटी हरड़ को पानी में घिसकर छालों पर लगाएं.
- हरड़ के क्वाथ में फिटकरी मिलाकर कुल्ला करने से गला साफ़ होता है और आवाज़ सुरीली बनती है.
- गुड़ के साथ हरड़ का सेवन करने से वातरक्त से छुटकारा मिलता है.
- हरड़, बहेड़ा व आंवले का चूर्ण समभाग में सेवन करने से कब्ज़ दूर होता है और आंत की शुद्धि होती है.
- पुराना गुड़ व हरड़ का चूर्ण सममात्रा में मिलाकर 15-15 ग्राम के लड्डू बनाएं. एक-एक लड्डू हर रोज़ खाने से शरीर की सूजन में लाभ होता है.
- हरड़, नीम की छाल का चूर्ण, वायविडंग और गुड़ को एक साथ मिलाकर सेवन करने से पेट के कीड़ों का नाश हो जाता है.
- हरड़ का चूर्ण व पुराना गुड़ समान मात्रा में मिलाकर दिन में तीन बार सेवन करने से पीलिया दूर हो जाता है. सेवन की मात्रा 10 से 20 ग्राम तक रखें.
- भोजन के बाद यदि पेट में भारीपन महसूस हो, तो हरड़ का सेवन करने से आराम मिलता है.
- हरड़ का सेवन करने से खुजली जैसी समस्या भी दूर हो जाती है.
सावधानीः हरड़ का सेवन गर्भवती महिलाओं को नहीं करना चाहिए.