आज के समय में हम सब लोग इतना व्यस्त हो गए हैं कि स्वास्थ्य को लेकर के बिल्कुल ध्यान नहीं जाता है जिसका असर पड़ता है कि हम कई बीमारियों के शिकार हो जाते हैं इन्हीं में से एक है जलोदर जिसे एसाइटिस की समस्या कहते हैं।यह क्यों होता है, इसके क्या कारण है, जलोदर का लक्षण क्या है, इसके क्या कारण है, जलोदर क्यों होता है, जलोदर के घरेलू उपचार क्या है आज के ब्लॉग के माध्यम से हम जानेंगे।
जलोदर की स्थिति में हमारा पेट फुला हुआ नजर आता है अगर सही समय पर जलोदर का इलाज नहीं किया जाता है तो हमारे अन्य शरीर के अंगों पर इसका प्रभाव पड़ेगा और हमारी कार्यक्षमता भी प्रभावित हो सकती है और इसके साथ ही और भी कई समस्याएं हमें हो सकती है, आइए सबसे पहले जानते हैं कि जलोदर आखिर है क्या
पेट में पानी भरने से कौन सी बीमारी होती है
जलोदर क्या है आइए जानते हैं जलोदर की स्थिति में पेट में तरल पदार्थ भर जाता है और हमारा पेट फुला हुआ नजर आता है और यह तरल पदार्थ झिल्लीदार परत के बीच में बनता है, जिसे पेरीटोनियल स्पेस कहते हैं।
जब यह तरल पदार्थ हमारी पेट में बहुत ज्यादा हो जाता है तो पेट में सूजन हो जाता है और इससे सांस लेने में भी हमें तकलीफ होने लगती है।
कुल मिलाकर के हम आप को संक्षेप में यही बताना चाहेंगे जलोदर एक ऐसी बीमारी है, जिसमें पेट में तरल पदार्थ भर जाता है और आपका पेट काफी फुला हुआ नजर आता है।
अगर यह समस्या आपके साथ है तो इसे गंभीरता से लेना चाहिए नहीं तो आगे जाकर बहुत सारी समस्याओं के हम शिकार हो जाएंगे।
हमारी कार्यक्षमता भी इससे प्रभावित होती है, आइए अब हम जानते हैं कि जलोदर कितने प्रकार का होता है। (जलोदर के घरेलू उपचार , Jalodar Ke Gharelu Upay , Ascites Home Remedies in Hindi)
जलोदर को दूर करने के घरेलू नुस्खे jalodar ke gharelu upay
जलोदर के घरेलू उपचार क्या है आइए हम उसको जानते हैं कि वह कौन-कौन से उपचार हैं जिनको अमल में ला करके हम जलोदर के से बचाव कर सकते हैं तो आइए जानते हैं उन उपायों को
मेथी दाना है जलोदर का घरेलू उपचार
मेथी दाना जलोदर का कारगर उपचार माना जाता है। इसके लिए दो से तीन चम्मच मेथी दाना ले लीजिए और रात में उसको पानी में भिगो दीजिये।
अब मेथी से पानी को छान लीजिए और इस पानी को पी लीजिए। रोज सुबह मेथी का पानी पीजिए, बहुत ही फायदा देता है।
आप चाहे तो मेथी दाना भी खा सकते हैं।मेथी पेट संबंधी बीमारियों को दूर करने में घरेलू उपचार के रूप में माना गया है।
क्योंकि इसमें anti-cancer तत्व भी होते हैं इसलिए मेथी हमें काफी सुरक्षा प्रदान करता है और इसके साथ ही मेथी एसाइटिस कोशिकाओं के प्रसार को रोकने में सक्षम माना गया है।
इसलिए भी मेथी का सेवन जलोदर रोग के उपचार में काफी कारगर साबित हो सकता है।
गाजर का रस जलोदर का है घरेलू नुस्खा
तीन से चार गाजर ले लें और उसको जूसर में डालकरçलू उपचार के रूप में जाना जाता है।
इससे फैटी लीवर की समस्या भी कम होती है यह बात शोध में निकल कर आया है।एनबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक गाजर के रस का सेवन बहुत कुछ हद तक फैटी लीवर को कम करने में राहत देता है।
इसके साथ ही जलोदर की समस्या को भी कम कर सकता है। इसलिए आप गाजर का भी सेवन कर सकते हैं।
मूली है यह अच्छा उपचार
मूली जलोदर के रोग को दूर करने में काफी सहायक है। इसके लिए मूली को छोटे-छोटे टुकड़े में काट लें और मूली का जूस निकाल लें। (जलोदर के घरेलू उपचार , Jalodar Ke Gharelu Upay , Ascites Home Remedies in Hindi)
इसके बाद इसके जूस को आप थोड़ा सा नमक डालकर के पी सकते हैं एक तो यह बॉडी को डिटॉक्स करने का काम करता है।
इसके अलावा फैटी लीवर की समस्या को भी कम करता है। इसलिए जलोदर से बचना चाहते हैं तो आप मूली का भी सेवन कर सकते हैं।
करेला है जलोदर का इलाज
जलोदर के इलाज के रूप में करेला का इस्तेमाल काफी कारगर रहेगा, इसके लिए करेले को छीलने और उसका बीज निकालने और उसका जूस बना लें।
फिर उस जूस को आप नींबू का रस और नमक मिलाकर पी सकते हैं।यह फैटी लीवर को कम करता है।
इसके साथ ही जॉन्डिस की जिनको समस्या है उनके लिए भी बहुत ही उपयोगी होता है।
इसलिए जलोदर के लोगों को करेले का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि फैटी लीवर जलोदर के मुख्य कारणों में एक माना जाता है।
करेरला फैटी लीवर को कम करता है, इसके साथ आप करेला अपने आहार में भी शामिल करिए यह बहुत ही फायदेमंद साबित होगा।
कुल्थी की दाल का करें सेवन
कुल्थी की दाल का सूप तैयार करके जलंधर की समस्या को कम किया जा सकता है।
इसके लिए कुल्थी की दाल को रात में पानी में भिगो दीजिये और सुबह इसका दाल बना लीजिए।
काली मिर्च, लहसुन और टमाटर को मिक्स कर लीजिएगा खाने में अच्छा लगेगा। (जलोदर के घरेलू उपचार , Jalodar Ke Gharelu Upay , Ascites Home Remedies in Hindi)
उबली हुई कुलथी की दाल को पीसकर के पेस्ट बना लें और 3 से 4 मिनट तक इसे पकाएं इसके गुनगुना होने पर पी सकते हैं।
जलंधर की समस्या होने पर प्याज को करें इस्तेमाल
जलंधर रोग में प्याज का उपयोग किया जाता है। यह काफी लाभकारी है।
इससे फैटी लीवर की समस्या दूर होती है और साथ फैटी लीवर को प्याज नियंत्रित करता है।
इसलिए जलंधर के इलाज में प्याज को काफी कारगर माना गया है। प्याज में लीवर की सूजन को कम करने की क्षमता पाई गई है।
प्याज फैटी लीवर की भी समस्या को कम करता है इसलिए प्याज का सेवन आपको दिन के खाने में भी कर सकते हैं।
कच्चा प्याज काट कर के आप उसे खाइए आप के लिए काफी फायदेमंद रहेगा।
जलोदर रोग का अदरक है घरेलू इलाज
अदरक को जलोदर रोग के घरेलू नुस्खे के रूप में जाना जाता है। इसके लिए अदरक को कुछ देर पानी में गर्म करें जब पानी गुनगुना हो जाए तो उसे पिलें।
याद रखें उसमें शहद की मात्रा थोड़ा आप मिला दें, आयुर्वेदिक दवा के रूप में भी अदरक के फायदे हैं।
अदरक में मौजूद एंटीट्यूमर और एंटी कैंसर के गुण पाए जाते हैं जो कि कैंसर की कोशिकाओं को प्रसार होने में रोकते हैं।
इसलिए अदरक का उपचार जलंधर के रूप में किया जाता है जलोदर रोग के उपचार में अदरक का प्रयोग किया जाता है।
पुनर्नवा का चूर्ण है उपाय
पुनर्नवा का जड़ ले लें, इसको महीन पीसकर के चूर्ण बना लें वैसे बाजार में भी यह चूर्ण मिलता है वहां से भी आप खरीद सकते हैं।
3 ग्राम चूर्ण गुनगुने पानी के साथ आपको खाना है यह मूत्रवर्धक होता है और इसके साथ एनीमिया की भी शिकायत दूर होती है। (जलोदर के घरेलू उपचार , Jalodar Ke Gharelu Upay , Ascites Home Remedies in Hindi)
कब्ज से बचाव होता है, इसलिए जलंधर रोग के लिए यह काफी कारगर होता है।
जलोदर रोग में लहसुन है कारगर घरेलू नुस्खा
जलोदर रोग में लहसुन कारगर घरेलू नुस्खे के रूप में जाना जाता है इसके लिए लहसुन की तीन- चार कलियां ले लें, इसे खाली पेट आप खा सकते हैं।
या इसका रस निकालकर के खाली पेट सुबह-सुबह लहसुन का रस इस्तेमाल किया जा सकता हैं। लहसुन के प्रयोग से जलोदर रोग का उपचार किया जाता है।
लहसुन लीवर संबंधी नसों से जुड़ी समस्या को ठीक करने में सहायक है और लीवर संबंधी जो भी समस्या होती है नसों की वह जलोदर रोग का कारण माना जाता है।
इसके साथ ही एसाइटिस की समस्या में भी लहसुन को कारगर माना गया है, इस आधार पर जलोदर के रूप में लहसुन कारगर है।
मालिश जलोदर रोग का है उपचार
जलोदर रोग की समस्या में मालिश को घरेलू नुस्खे के रूप में जाना जाता है। मालिश के माध्यम से जलोदर रोग की समस्या कम होती है।
इसके लिए दो चम्मच अरंडी का तेल ले लें या नारियल का तेल या बादाम का तेल जो भी आपके पास उपलब्ध हो।
इन तेलों से 15 से 20 मिनट तक पेट पर हल्का- हल्का मालिश करिए और ऐसे ही छोड़ दीजिए।
अब प्रतिदिन इससेे मालिश करिए इसका फायदा नजर आने लगता है।
इससे दर्द, थकान, मतली, चक्कर आना भूख की कमी सांस लेने में तकलीफ चलने फिरने में परेशानी और शरीर का वजन जो बढ़ता है यह सभी लक्षण होते हैं। इसलिए आप मालिश का प्रयोग कर सकते हैं।