कोरोना से रिकवरी होने के दौरान क्या खाएं और क्या न खाएं
कोरोना से रिकवरी होने के दौरान क्या खाएं और क्या न खाएं
कोरोना से ठीक होने के बाद भी शरीर में कमजोरी बनी रहती है. इसलिए डॉक्टर्स भी मरीज़ को जल्द रिकवरी के लिए हेल्दी डाइट लेने की सलाह देते हैं. ताकि शारीरिक कमज़ोरी को दूर किया जा सकें. आइए जानते हैं कोरोना से रिकवरी पीरियड में आपको कैसे डाइट लेनी चाहिए. इस दौरान मरीज़ को डायट में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं-
कोरोना रिकवरी पीरियड में क्या खाएं?
- कोरोना से ठीक होने बाद मरीज़ को डायट में हल्का खाना लेना चाहिए.
- ऐसे में खिचड़ी बेस्ट ऑप्शन है. खिचड़ी में हरी सब्ज़ियां, बीटरूट, गाजर, बीन्स डालकर उसे और हेल्दी और टेस्टी बना सकते हैं. इसे खाने से शरीर को जल्दी ठीक होने में मदद मिलती है.
- विटामिन सी और डी मिनरल्स और ज़िंक से भरपूर खाना खाने से जल्द रिकवरी होती है.
- खाने में फाइबर वाला फूड शामिल करना चाहिए, जैसे- रागी, ओटमील, साबुत अनाज आदि. इनमें भरपूर मात्रा में फाइबर, विटामिन-बी और कार्ब होते हैं और ये जल्दी पच जाते हैं.
- कोरोना से ठीक होने के बाद मरीज़ अपनी डायट में प्रोटीन की अधिक मात्रा में शामिल करें, जैसे- दाल का सूप, हरी फलियां और अंडे आदि.
- रोज़ाना एक मुट्ठी सूखे मेवे जरूर खाएं.
- दिनभर में एक-दो फ्रूट जरूर खाएं.
- रिकवरी पीरियड में मरीज़ को खुलकर भूख नहीं लगती, इसलिए थोड़ी-थोड़ी मात्रा में दिनभर में कई बार खाएं. ऐसा करने से पाचनतंत्र पर दबाव नहीं पड़ेगा और शरीर को एनर्जी मिलती रहेगी.
- दिनभर में कम से कम 8-10 ग्लास पानी पिएं, ताकि शरीर में पानी की कमी न हो.
रिकवरी पीरियड में रखें इन चीज़ों से परहेज़?
- इस दौरान मसालेदार खाना न खाएं. मसालेदार खाना खाने से गले में इन्फेक्शन बढ़ सकता है और गाला ज़्यादा ख़राब हो सकता है.खाने में तीखी लाल मिर्च की बजाय काली मिर्च का इस्तेमाल करें. इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं.
- रिकवरी पीरियड में मरीज़ का मन चटपटा और तला-भुना खाने का कर सकता है. लेकिन इस समय ऐसा खाना नज़रअंदाज़ करें. फ्राइड फूड को पचने में अधिक समय लगता है. अगर आप रिकवरी पीरियड में हैं तो ऐसा फूड खाने से बचें.
- कोल्ड ड्रिंक्स और सोडा पीने से बचना चाहिए. ये ड्रिंक्स पेट में सूजन पैदा करते हैं. इनकी बजाय नीम्बू पानी, छाछ, लस्सी, जलजीरा पीएं.
- पैकेज्ड फूड में बहुत अधिक सोडियम और प्रिजर्वेटिव्स होते हैं. इसकी वजह से शरीर में सूजन हो जाती है और रिकवरी में अधिक समय लग सकता है.