गोंद कतीरा एक ऐसा प्राकृतिक गोंद है जिसका अगर सही तरीके और मात्रा में सेवन किया जाए तो यह आपके शरीर के अधिकतर रोगों के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकता है आइये जानते है गोंद कतीरा खाने के अदभुद फायदे।
आज के समय में अधिकतर लोगों का खान पान कुछ इस तरह का हो गया है कि जो समस्याएं एक व्यक्ति को 40 – 50 साल की उम्र में होती थी वे अब 20 साल की उम्र में ही होने लगी हैं। पेट की समस्या, शरीर में दर्द आदि ऐसी कई समस्याएं है जिनसे लगभग हर उम्र का व्यक्ति परेशान है।
यदि सबसे ज़्यादा भीड़ कहीं देखने को मिलती है तो वो हैं अस्पताल में। जब अस्पतालों में कम उम्र के लोग देखने को मिलते हैं तो बहुत दुःख होता है। कुछ बीमारियां तो हमारे हाथ में नहीं होती लेकिन कुछ बीमारियां ऐसी हैं जिन्हे हम खुद ही बुलावा देते हैं। हमारी ख़राब जीवन शैली और ऐसे भोजन के कारण जो पौष्टिक नहीं होता, हमे बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यदि आप स्वस्थ रहना चाहते हैं और बीमारियों को दूर भगाना चाहते हैं तो आप गोंद कतीरा का सेवन करें। गोंद कतीरा का सेवन करने से आपको बहुत लाभ होगा।
गोंद कतीरा क्या है (What is Gond Katira Hindi)
गोंद कतीरा एक प्राकृतिक गोंद है जो भारत के उत्तरी भाग में मिलता है। गोंद कतीरा कुछ पौधों के सूखे रस से बनता है । इस रस को पौधे की जड़ से निकालकर सुखाया जाता है। जब रस सूख जाता है तो सूखकर गोंद बन जाता है। गोंद कतीरा चिपचिपा होता है और इसमें कोई स्वाद भी नहीं होता है। यह गोंद आसानी से पानी में घुल जाता है।
कमजोरी दूर करने में फायदेमंद
गोंद कतीरा में प्रोटीन और फॉलिक एसिड भरपूर पाया जाता है। इसके सेवन से शरीर को ताकत मिलती है। गोंद कतीरा को पानी या दूध में भिगो कर रखें और फिर सुबह मिश्री मिलाकर शर्बत बनाकर पिएं।
पीरियड्स को रेगुलर करने में सहायक
यदि किसी महिला के पीरियड्स नियमित नहीं हैं तो गोंद कतीरा और मिश्री को साथ में पीस कर 2 चम्मच दूध में मिला कर पीने से फायदा होता है। इसके अलावा गोंद के लड्डू भी बना कर खाए जा सकते हैं। यही नहीं बच्चा होने के बाद भी गोंद के लड्डू खाने पर कमजोरी और पीरियड्स की गड़बड़ी भी ठीक हो जाती है।
वजन घटाने में मददगार
गोंद कतीरा शरीर से जहरीले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है इसके साथ ही ये मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है। इसमें हाई फाइबर कंटेंट मौजूद होता है। इसके अलावा ये पेट और पाचन तंत्र में भी सुधार करने के लिए जाना जाता है। इसके नियमित सेवन से शरीर पर जमा एक्स्ट्रा फैट घटता है।
आदमियों में लिबिडो बढ़ाता है
गोंद कतीरा के सेवन से आदमियों में सेक्शुअल पावर और इच्छा बढ़ती है। इसके रेगुलर सेवन से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन और नाईटफाल की समस्या भी दूर होती है।
टॉन्सिल्स में आराम
कुछ लोग टॉन्सिल की वजह से नियमित रूप से परेशान रहते हैं। ऐसे में गोंद कतीरा का सेवन आराम पहुंचाता है। इसमें हरी धनिया की पत्ती का रस मिलाकर नियमित रूप से गले पर लगाना टॉन्सिल्स के दर्द अऊर सूजन में आराम पहुंचाता है। इसके अलावा लगभग 10 से 20 ग्राम गोंद कतीरा पानी में भिगोकर फुला लें और इसे मिश्री मिलाकर सुबह-शाम पिएं। इससे भी टॉन्सिल्स में आराम मिलता है।
मुंह के छाले में आराम
मुंह के छाले या अल्सर सूजन, लाली और दर्द पैदा करते हैं। इसे कम करने के लिए गोंद कतीरा का बारीक पिसा हुआ पेस्ट बनाएं और अपने छालों पर लगाएं। ऐसा करने से छालों में तुरंत आराम मिलेगा।
ब्रेस्ट का आकार बढ़ाने में सहायक
ऐसा कहा जाता है कि गोंद कतीरा खाने से ब्रेस्ट का आकार बढ़ने में मदद मिलती है। इसके लिये एक गिलास पानी में एक बड़ा चम्मच गोंद कतीरा रात भर के लिए भिगोएं। अगली सुबह इस फूले हुए गोंद कतीरे के साथ मिश्री मिला खाएं।
लू और हीट स्ट्रोक से बचाव
गर्मियों में लू और हीट स्ट्रोक बहुत खतरनाक होते हैं। इससे शरीर में जलन और लाली पैदा होती है। ऐसे में आप 2 चम्मच गोंद कतीरा 1 गिलास पानी में रातभर के लिए भिगो दें। जब यह फूल जाए तब इसे चीनी में मिक्स कर के खाएं। इसका सेवन गर्मी में लगने वाली लू और हीट स्ट्रोक से बचाता है।
टान्सिल में राहत
यदि आप हर वक्त टॉन्सिल से परेशान रहते हैं तो 2 भाग कतीरा और 2 भाग नानख्वा को बारीक पीस लें। फिर इसमें हरी धनिया की पत्ती का रस मिलाएं और रोजाना इसे गले पर लेप करें। इससे आपको जल्द ही आराम मिलेगा। यही नहीं अगर आपके पास साधन न हो तो लगभग 10 से 20 ग्राम गोंद कतीरा पानी में भिगोकर फुला लें और फिर इसे मिश्री मिले शर्बत में मिलाकर सुबह-शाम पिएं।
पुरुषों में कामेच्छा बढ़ाए
गोंद कतीरा के सेवन से पुरुषों में खोई हुई यौन इच्छा बढ़ जाती है। इसके अलावा अनैच्छिक डिस्चार्ज या नाईट डिस्चार्ज को रोकने में मदद करता है। इसका सेवन करने के लिये रात के समय 10 ग्राम गोंद कतीरा को 1 गिलास पानी में भिगो दें। फिर अगली सुबह इसमें 1 चम्मच चीनी मिला कर इसका सेवन करें। इसका सेवन दिन में तीन पर ठंडे पानी के साथ कर सकते हैं।