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Methi Ke Fayde aur upyog

मेथी के फायदे और उपयोग , Methi Ke Fayde aur upyog , Fenugreek Benefits and Uses in Hindi

मेथी का इस्तेमाल सब्जी से लेकर पराठे तक में किया जाता है। जहां यह खाने में स्वादिष्ट है, वहीं आयुर्वेद के नजरिए से भी इसके कई फायदे हैं। भारत में सदियों से इसके पत्ते और दानों को आयुर्वेदिक औषधि के रूप में प्रयोग किया जा रहा है।

 इससे स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद मिल सकती है। वहीं, अगर कोई बीमार है, तो इसे गुण ठीक होने के मदद कर सकते हैं। हां, अगर किसी को कोई गंभीर समस्या है, तो डॉक्टरी इलाज को प्राथमिकता दें। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम मेथी का उपयोग व मेथी खाने के फायदे के बारे में बताएंगे। साथ ही मेथी से नुकसान के बारे में जानकारी देंगे।

मेथी क्या है? – What is Fenugreek 
मेथी एक प्रकार की खाद्य सामग्री है, जिसे कई तरह से आहार में उपयोग किया जा सकता है। जब इसके हरे पत्तों का सेवन सब्जी के रूप में किया जाता है। वहीं, भोजन बनाते समय इसके दानों का भी उपयोग किया जाता है। इसका पौधा दो-तीन फुट लंबा होता है और इसकी फली में छोटे-छोटे पीले-भूरे रंग के सुगंधित दाने होते हैं। भूमध्य क्षेत्र, दक्षिण यूरोप और पश्चिम एशिया में इसकी खेती बहुतायत में होती है। मेथी को भारत में अलग-अलग नामों से जाना जाता है। जहां हिंदी, गुजराती, मराठी, बंगाली और पंजाबी में इसे मेथी कहते हैं, वहीं संस्कृत में इसका नाम मेथिका है। कन्नड़ में इसे मेन्तिया, तेलुगु में मेंतुलु, तमिल में वेंडयम, मलयालम में वेन्तियम, अंग्रेजी में फेनुग्रीक और लेटिन में त्रायिगोनेल्ला फोएनम ग्रीकम के नाम से जाना जाता है।
मेथी के फायदे और उपयोग , Methi Ke Fayde aur upyog , Fenugreek Benefits and Uses in Hindi

बालों का झड़ना रोकने में 
मेथी के फायदे से बालों का झड़ना रोका जा सकता है। इसके लिए 1-2 चम्मच मेथी के दानों को रात भर के लिए भिगो दें। इसे सुबह पीसकर बालों की जड़ों में लगाएं। एक घण्टे बाद बालों को धो लें। सप्ताह में दो से तीन बार लगाने से बालों का गिरना  बंद हो जाता है।

पेट के रोग में 
मेथी के बीज कब्ज दूर करने में काफी लाभकारी हैं। मेथी, चंद्रसूर, मंगरैला (कलौंजी) और अजवायन का रोजाना सेवन करें। इससे गैस सम्बन्धी रोग, अपच, पेट में दर्द, भूख की कमी, पेट का फूलना, पेट दर्द और कमर दर्द आदि रोगों में लाभ होता है।
 
कब्ज का इलाज 
कब्ज में मेथी का औषधीय गुण फायदेमंद होता है। अगर कब्ज से परेशान रहते हैं तो मेथी के पत्तों का साग बनाकर खाएं। इससे कब्ज की परेशानी से राहत मिलती है। मेथी मल को नरम करके कब्ज को ठीक करता है।

ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में 
  • आप मेथी के फायदे (methi ke fayde) डायबिटीज में भी ले सकते हैं। मेथी का नियमित सेवन करने से खून में चीनी की मात्रा नियंत्रित रहती है।
  • एक चम्मच मेथी के दानों का चूर्ण बना लें। इसे रोज सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ लें।
  • मेथी के दानों को रोज पानी में भिगो दें। इसे सुबह चबा-चबा कर खाएं। ऊपर से मेथी दाने का पानी भी पी लें।

पेचिश में 
  • मेथी से पेचिश का इलाज किया जा सकता है। इसके लिए 5 ग्राम मेथी के बीजों को घी में भून लें। इसे खाने से दस्त में लाभ होता है।
  • मेथी के बीजों को भूनकर काढ़ा बना लें। 15-20 मिली मात्रा में काढ़ा पीने से पेचिश में लाभ होता है।
  • अगर लंबे समय से दस्त से परेशान हैं तो 1-2 ग्राम मेथी चूर्ण को छाछ में मिलाकर पीने से लाभ होता है।
(मेथी के फायदे और उपयोग , Methi Ke Fayde aur upyog , Fenugreek Benefits and Uses in Hindi)
प्रसव के बाद मेथी के लाभ 
  •  महिलाओं को प्रसव के बाद मेथी के औषधीय गुण से बहुत लाभ मिलता है। मेथी दाना से प्रसूता स्त्रियों के स्तनों में दूध बढ़ता है। मेथी के सेवन से माता के दूध की गुणवत्ता भी बढ़ती है जिससे शिशु का स्वास्थ्य भी अच्छा होता है। माताएं मेथी की सब्जी, सूप आदि का सेवन कर सकती हैं।
  • जीरा, सौंफ, सोया, मेथी आदि में गुड़, दूध एवं गाय का घी मिलाकर पका लें। इसका सेवन कराएं। इससे योनि के रोग, बुखार, टीबी, खाँसी, सांसों का फूलना, एनीमिया, दुबलापन आदि बीमारियों में लाभ होता है।
  • गैस बनने और गैस के कारण होने वाले रोगों में भी मेथी के सेवन से लाभ होता है।
  • मेथी के दानों को रातभर भिगो कर सुबह खाया जाता है।

मासिक धर्म विकार में 
  • आज बड़ी संख्या में महिलाएँ मासिक धर्म से संबंधित समस्याओं से पीड़ित हैं। महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान पेट में दर्द, अधिक रक्तस्राव जैसी परेशानी होने लगती है। मासिक धर्म की प्रक्रिया को एस्ट्रोजेन नामक एक हारमोन नियंत्रित करता है। मेथी के दानों में एस्ट्रोजेन के गुण होते हैं, इसलिए यह मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं में लाभदायक होता है। मेथी के सेवन से खून भी बनता है, और दर्द भी कम (methi dana ke fayde) होता है. मासिक धर्म की समस्याओं को दूर करने के लिए मेथी के 1-2 ग्राम बीजों का सेवन करें।
  • आप मेथी के दानों की चाय बनाकर भी पी सकती है। मेथी की चाय को मीठा बनाकर थोड़ा ठंडा होने दें। इसमें शहद मिला लें। अधिक लाभ होगा।
 कान के बहने पर 
कान के बहने की बीमारी में मेथी के फायदे ले सकते हैं। मेथी के बीजों (Methi Seeds) को दूध में पीस लें। इसे छानकर तैयार कर लें। इस रस को गुनगुना या हल्का गर्म करके 1-2 बूँद कान में डालें। इससे कान का बहना बंद हो जाता है।
(मेथी के फायदे और उपयोग , Methi Ke Fayde aur upyog , Fenugreek Benefits and Uses in Hindi)
ह्रदय रोग में 
  • एंटीआक्सीडेंट गुणों के कारण मेथी हृदय रोग के लिए लाभकारी है। यह रक्त-संचार को सही रखता है। मेथी में घुलनशील फाइबर होता है जो हृदय रोग के खतरे को घटाता है। हृदय को स्वस्थ रखने के लिए मेथी के 10-15 मिली काढ़े में शहद मिलाकर पिएं।
  • मेथी के दाने खराब कोलेस्ट्रॉल को भी कम करते हैं। रोजाना मेथी के दानों के चूर्ण का सेवन करने से खराब कोलेस्ट्रॉल कम होते हैं।

अर्थराइटिस (गठिया) के इलाज मे 
गठिया की बीमारी में भी मेथी से लाभ होता है। दरअसल गठिया (अर्थराइटिस) वात दोष के कारण होता है। मेथी में वात को संतुलित करने के गुण पाए जाते हैं। यह गठिया (अर्थराइटिस) के दर्द को कम करने में मदद करता है। आप किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से गठिया में मेथी के इस्तेमाल की जानकारी लें। 

पाचन-तंत्र विकार में 
मेथी में उष्ण और दीपन गुण पाए जाते हैं। इसके कारण यह पाचन अग्नि को बढ़ाकर पाचन-तंत्र को मजबूत रखता है। यह भूख बढ़ने में भी मदद करता है।  
 
रक्तचाप को नियंत्रित रखने में 
आपको रक्तचाप की समस्या है तो मेथी से लाभ ले सकते हैं। मेथी में एंटी-हाइपरटेन्सिव का गुण होता है जिससे यह रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है। 

घावों में 
  • घाव में मेथी के औषधीय गुण से लाभ मिलता है। घाव में अगर सूजन हो गई हो, और जलन भी हो रही तो मेथी के पत्तों को पीसकर घाव पर लगाएं। इससे घाव की सूजन और जलन दोनों ही ठीक हो जाती है।
  • बंद मुँह वाले घावों में मेथी के बीजों को पीसकर लगाएं।
 (मेथी के फायदे और उपयोग , Methi Ke Fayde aur upyog , Fenugreek Benefits and Uses in Hindi)
लीवर को स्वस्थ में
एक रिसर्च के अनुसार, मेथी में एंटी-ऑक्सीडेंट और हिपेटो-प्रोटेक्टिव गुण पाए जाते हैं। यह लीवर के लिए भी लाभदायक होता है।
 
न्यूरो समस्याओं (तंत्रिका विकार) में 
1-2 ग्राम मेथी के बीज का चूर्ण सेवन करें। इससे तंत्रिका-तंत्र से संबंधित विकारों में लाभ होता है। इसके इस्तेमाल से धीरे-धीरे तंत्रिका-तंत्र की समस्याएं ठीक होने लगती हैं।
 
शरीर में दर्द होने पर
मेथी (methika) के दानों में दर्दनिवारक गुण होते हैं। 1-2 ग्राम मेथी चूर्ण का सेवन करने से पूरे शरीर का दर्द कम होता है।
त्वचा रोग में 
आप मेथी के फायदे से त्वचा रोग का इलाज भी कर सकते हैं। मेथी का लेप बना लें। इसे त्वचा रोग जैसे दाद-खाज-खुजली या एग्जिमा वाले स्थान पर लगाएं। यह लाभ दिलाता है।
 
सूजन में
  • मेथी में एंटी-इनफ्लेमेटरी (सूजनरोधी) गुण भी पाया जाता है। किसी भी प्रकार की सूजन होने पर मेथी के पत्तों एवं बीजों को पीसकर लगाने से आराम मिलता है। 
  • मेथी के बीज और जौ के आटे को सिरके के साथ पीस लें। अगर गालों पर सूजन हो गई हो तो गालों पर पतला लेप करें। इससे सूजन कम (methi dana ke fayde) होती है।

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