Nellaiappar Mandir Ki Katha
नेल्लईअप्पार मंदिर का रहस्य - Nellaiappar Mandir Ki Katha
तिरुनेलवेली का नेल्लईअप्पार मंदिर तमिलनाडु का सबसे बड़ा शिव मंदिर है। इसे 700 ई. में पंड्या द्वारा बनाया गया था और इस मंदिर में भगवान शिव और उनकी पत्नी देवी पार्वती के लिए दो अलग मंदिर बनाए गए हैं। ये मंदिर 17 वीं सदी में बनाए गए संगिली मंड़पम से जुड़े हुए हैं। मंदिर के बुर्ज भी 17 वीं सदी में बनाए गए थे। मिथक कथा के अनुसार, यह मंदिर उन स्थानों में से एक था जहां भगवान शिव तांड़व नृत्य किया करते थें और इसलिए यह मंदिर शास्त्रीय नृत्य और कला के अन्य रूपों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है।

मंदिर के अंदर मौजूद तामीरई अम्बलम या "तांबे का मंच" इस विश्वास की पुष्टि करता है। तिरुक्कल्याणम, नवरात्रि और अरुर्धरा दर्शनम के त्योहारों दौरान नेल्लईअप्पार मंदिर की यात्रा करना एक प्रतिफलदायक अनुभव होगा। ये त्योहार तमिल के ऐप्पसी महीने में यानि कि 15 अक्टूबर से लेकर 15 नवंबर के बीच में मनाए जाते हैं। इस मंदिर में मनाया जाने वाला तईपूसम त्योहार एक अन्य प्रसिद्ध त्योहार है। यात्रियों को इस मंदिर को ढूँढने में कोई परेशानी नहीं होगी क्योंकि यह मंदिर शहर के बीचोंबीच स्थित है। नेल्लईअप्पार मंदिर का रहस्य , Nellaiappar Mandir Ki Katha
नेल्लईअप्पर मंदिर का इतिहास :-
माना जाता है की, इस मंदिर का ज़्यादा से ज़्यादा क्षेत्र वेणु वैन में आता है, इसीलिए इसे ‘वेनवानम’ कहा जाता है। माना जाता है की नेल्लईअप्पर मंदिर का निर्माण पांडवो ने किया था। 7 वी शताब्दी के महाराजा Nindraseer ने इस मंदिर के गर्भगृह और गोपुरम का निर्माण किया था।
इस मंदिर का सबसे Famous संगीतमय स्थंभ महाराजा Nedumaran ने बनाया था। अगर ग़ौर से देखा जाए तो नेल्लईअप्पर और कांतिमथी ये दोनो अलग अलग मंदिर थे। उन दोनो मंदिरो के बीच थोड़ी सी जगह भी थी।
1647 में भगवान शिव के महान भक्त Vadamalaiappa ने “चैन मंडपम” का निर्माण करके इन दो अलग अलग मंदिरो को जोड़ दिया था।
निकलती है संगीतमय ध्वनि
इस मंदिर के खंभों को घंटी जैसे मधुर ध्वनि निकलती है। इन खंभों से संगीत के सात सुर आसानी से सुने जा सकते हैं। यहां पर कुल 161 स्तंभ हैं जो संगीतमय ध्वनियों का निर्माण करते हैं। यहां की वास्तुकला के उंचे मानको का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 48 स्तंभों के एक समूह को एक ही पत्थर से तराशा गया था और वे एक सेंट्रल पिलर्स के चारों ओर मौजूद हैं। अर्थात यह 48 खंभे एक मुख्य खंभे को घेरते हैं। इन खंभों की सबसे दिलचस्प बात यह है कि जब जब उनमें से एक को टैप किया जाता है तो आसपास के खंभे भी कंपन करते हैं।